लेखक: सतेन्द्र
हमारे जीवन में कुछ रिश्ते ऐसे होते हैं जो शब्दों से परे होते हैं, और उनमें से एक रिश्ता है इंसान और कुत्ते का, उनके बीच प्यार और दोस्ती का। यह रिश्ता सिर्फ़ घर में पालतू जानवर और उसके मालिक का नहीं, बल्कि उनके बीच गहरे भावनात्मक जुड़ाव, अटूट विश्वास और निस्वार्थ प्रेम का है। जब भी हम सुबह-सुबह अपने पालतू कुत्ते की आँखों में देखते हैं, उसकी प्यारी आँखों में एक ऐसी चमक नज़र आती है, जो सिर्फ़ प्यार और इंतज़ार से भरी होती है। आपके दिन भर के थके-हारे घर लौटने पर, जो उल्लास भरा स्वागत वह करता है, वह पल किसी भी तनाव को दूर करने के लिए काफ़ी होता है।
सदियों से, कुत्तों ने हमारी वफ़ादारी की परिभाषा को एक नया आयाम दिया। उनकी वफ़ादारी पर कोई सवाल नहीं उठाया जा सकता। वे बिना किसी स्वार्थ के हमें प्यार करते हैं, हमारी ख़ुशी में ख़ुश होते हैं, और हमारे दुख में चुपचाप हमारे पास बैठ जाते हैं। उनके लिए हम सिर्फ़ मालिक नहीं, बल्कि उनकी पूरी दुनिया हैं। यह भावनात्मक जुड़ाव इतना गहरा होता है कि एक कुत्ता अपने मालिक के मूड को आसानी से समझ लेता है। जब हम उदास होते हैं, तो वे अपनी कोमल आँखों से हमें दिलासा देते हैं, और जब हम खेलते हैं, तो उनकी लहलहाती हुई पूंछ की ख़ुशी भरी हरकतें हमारे साथ हँसती हैं।
मानव जीवन में कुत्तों की भूमिका महज़ एक साथी तक सीमित नहीं रही। वे हमारे घरों के सुरक्षा गार्ड भी होते हैं, जो अपनी तीक्ष्ण इंद्रियों से आने वाले किसी भी ख़तरे को पहले ही भाँप लेते हैं। इसके अलावा, उनकी दोस्ती अकेलेपन को दूर करने का सबसे अच्छा तरीक़ा है। वे न केवल हमें शारीरिक रूप से सक्रिय रहने के लिए प्रेरित करते हैं, बल्कि मानसिक स्वास्थ्य के लिए भी बहुत गुणी होते हैं। कई शोधों से यह सामने आया है कि पालतू कुत्ते का साथ समय बिताना, तनाव को भी कम करता है और हमारे अंदर ख़ुशी के हार्मोन को बढ़ाता है। कुत्तों ने विकलांगों की मदद करने में भी अद्भुत योगदान दिया है। सेना और पुलिस बलों में उनकी भूमिका तो अतुलनीय है। स्निफ़र डॉग्स बम और ड्रग्स का पता लगाने में, और रेस्क्यू डॉग्स आपदाओं के समय लोगों को बचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
आज हमारे समाज में बहुत से जानवर क्रूरता का शिकार होते हैं। बेघर कुत्ते सड़कों पर भूख, बीमारी और चोटों से जूझते हैं, और कई लोग उन्हें बेवजह भी परेशान करते हैं। एक समाज के रूप में, हमारा यह नैतिक दायित्व है कि हम इन बेज़ुबान दोस्तों की रक्षा करें। उन्हें बेवजह सताना या कुछ दिन घरों में पालकर छोड़ देना एक अमानवीय कृत्य है। हमें यह समझना चाहिए उस जीव का जीवन भी उतना ही कीमती है, जितना कि हमारा। उनकी सेवा और प्रेम के बदले में, हम उनकी भूख मिटाने के लिए रोटी, प्यार और सुरक्षा भी नहीं दे सकते।
मेरा यह कहना कदापि अतिशयोक्ति नहीं होगी कि कुत्ते हमारे जीवन को एक नया अर्थ देते हैं। वे हमें बिना किसी शर्त के प्यार करना, हर छोटे पल में ख़ुशी ढूँढ़ना और वफ़ादारी का सही मतलब सिखाते हैं। कुत्ते जैसे जानवार का प्यार दुनिया की सबसे अनमोल चीज़ों में से एक है, जो हमें यह याद दिलाता है कि सच्चा दोस्त वह होता है जो हर परिस्थिति में हमारे साथ खड़ा रहे।




